जग तोहरे.. गुन गायी हे मै.या
चाहे जुग कौनो. आयी.
दुख में तोही.के बोलाई हे मै.या
तोहरेे चरन में. सुख पायी.
सतजुग में जगदम्ब भवा.नी
त्रेता में. सीता मैया
द्वापर में तू राधा रा.नी
आदि भवानी. हे मैया
कलजुग में का. गुन रौवे गवाई
चाहे जुग कौनौ. आयी.
हे काली कलकत्ते वाली भवा.नी
हे माई-मुंबा. हे मां शिवदानी
प्रेमवा के भासा, तू हमके सिखा.दा
भगतन के अपना, निरा.सा मिटा.दा
सब तोहरे सन्तान, तू जग के मा.ई
चाहे जुग कौनौ. आयी.
विंध्या.चल के. विंध्य भवा.नी
हे थावेवा.ली, जगता. महरानी
माई करे. शीतला चौकियां मा
आदलपुरा, काशी शितला दया.नी
मैहर-शारदा के रस्ता चढ़ाई
चाहे जुग कौनो. आयी.
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